दाँत दर्द दूर करने के सरल तथा आसान नुस्खे
दांत दर्द होने के कारण
कैविटी –
कैविटी आपके दांत के विभिन्न भागों में होने वाले छोटे छेद हैं, जो मुंह की उचित सफाई न होने के कारण दांतों की सड़न के कारण उत्पन्न होते हैं जिसके कारण दांतों में दर्द होने लगता है.
दांतों का इन्फेक्शन –
दांतों का इन्फेक्शन होने के कारण दांतों में खराबी होने लगती है. इन्फेक्शन दांतों को प्रभावित करता है. जिसके कारण दांत सड़ने लगते हैं. दांतों के सड़ने से दांत में दर्द होने लगता है.
अच्छी तरह ब्रश ना करना –
दांतों की अच्छी तरह सफाई न करने पर उन पर परत जम जाती है. जिसके कारण दांतों में दर्द होने लगता है.
अधिक मीठा खाना –
कई लोग अधिक मीठा खाने के शौकीन होते हैं. अधिक मीठे व्यंजन के ज्यादा सेवन से दांतों में दर्द होने लगता है.
दांत दर्द दूर करने के उपाय
लहसुन का प्रयोग
दांत में दर्द होने पर लहसुन की एक कली लें. अब इस कली को नमक में डालकर चबाएं. रोज सुबह लहसुन की एक कली चबाने से दांत मजबूत बनते हैं तथा दांतों का दर्द कम होने लगता है.
प्याज के फायदे
रोजाना एक कच्चा प्याज खाने से दांतों के दर्द में बहुत ही आराम मिलता है. हो सके तो हर तीन मिनट में प्याज की एक स्लाइस खाये इससे दांत के दर्द से जल्दी ही आराम मिलेगा.
नींबू का सेवन
निम्बू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जिससे दांत के दर्द को कम किया जा सकता है. दांतों के दर्द वाले हिस्से पर नींबू का कतरा लगाए. इससे दांत दर्द आसानी से कम होने लगेगा.
लौंग के फायदे
दांतों में दर्द होने पर लौंग बहुत ही फायदेमंद होता है. इसके लिए आप मुंह में लौंग रखे. इससे आपके दांत दर्द में आराम मिलता है. इसके अलावा आप लौंग के तेल को भी दर्द वाले दांत में डाल सकते हैं.
काली मिर्च पाउडर का सेवन
दांत दर्द को ठीक करने के लिए एक चौथाई चम्मच नमक में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर को मिला लें. अब इस मिश्रण को जिस दांत में दर्द हो वह लगा दें. कुछ ही देर में दांत का दर्द ठीक होने लगेगा.
आलू का फायदा
यदि दांत दर्द होने के कारण दांतों में सूजन आ जाए तो एक कच्चे आलू को छीलकर उसकी एक स्लाइस को सूजन वाले स्थान पर रखे. 15 मिनट तक इस स्लाइस को दर्द वाले स्थान पर ही रखे. इससे आपको आराम मिलेगा.
बर्फ के फायदे
दांत में दर्द होने पर दांतों के दर्द वाले हिस्से पर 15 से 20 मिनट तक बर्फ से सिकाई करें. दिन में अधिक से अधिक बार बर्फ से दांतों की सिकाई करें. इससे आपको आराम मिलेगा.
सरसो का तेल है फायदेमंद
दांतों में दर्द होने के कारण हमें अनेक प्रकार की परेशानी होने लगती है इसके लिए आप सरसो के तेल की कुछ बूंदों में थोड़ा नमक डालकर मिश्रण बना लें. अब इस मिश्रण से मसूड़ों की मसाज करें. इससे दांत दर्द से आराम मिलता है साथ ही मसूड़े भी मजबूत होने लगते हैं.
दांत के कीड़े–
द्रोणपुष्पी (गोमा, गूमा) के पत्तों का रस, समुद्रझाग, शहद और तेल- चारों समभाग लें।
समुद्रझाग को बारीक पीस लें, फिर चारो वस्तुओं को मिला लें।
इसे 2-3 बूंद कान में टपकाने से दाढ़-दांत के कीड़ें मर जाते हैं।
पाठकगण! है न आयुर्वेद की चमत्कारी दवा? दवा कान में डाली जाती है और कीड़ें दाढ़ के मरते हैं।
अजवायन और वच समभाग मिलाकर इसमें से आधा ग्राम दवा रात्रि में दाढ़ों के नीचे रखकर सो जाना चाहिये।
दांत में कीड़ा लगने और दांत-दर्द की उत्तम दवा है।
दांत दर्द–
दूध में घी मिलाकर पिलाओ, दांत-दर्द, तुरन्त दूर होगा। एक सन्यासी का बताया हुआ टोटका है।
आक (आकौड़ा, मदार) की टहनियों को सुखाकर कोयला बना लें, फिर बारीक पीस लें। बस दवा तैयार है। सरसों का तेल मिलाकर दांतों पर मलें। थोड़ी देर तक राल बहने दें। फिर गर्म पानी से कुल्ले कर लें।
प्रात-सांय दोनों समय इस मन्जन का प्रयोग करें। दांतो का दर्द, चीस और पानी लगना एक सप्ताह में समाप्त हो जायेगा। पीले और मवाद भरे मसूड़े मजबूत हो जाएंगे। दांत मोती की भांति चमकने लगेंगे।
फिटकरी और लौंग समभाग पीसकर दांतां पर मलें। दाढ़-दांत के दर्द के लिये रामबाण है।
हल्दी 3 ग्राम, अजवायन 10 ग्राम, अमरूद के पत्ते 4- सबको आधा किलो पानी में खून उबालें। फिर इस सुहाते हुए पानी से कुल्ले करें। 15 मिनट तक कुल्ले करते रहें। दाढ़-दांत के दर्द का नाम तक नहीं रहेगा।
हींग को गर्म करके दाढ़ के नीचे दबाने से कृमि (कीड़े) के कारण होने वाला दाढ़ का दर्द शीघ्र नष्ट हो जाता है।
दांतो का हिलना–
नागरमोथा, हरड़ का छिलका, सोंठ, कालीमिर्च, छोटी पीपल, बायबिड़ंग, नीम के पत्ते-
सभी वस्तुएं बराबर-बराबर लेकर बारीक पीस लें। फिर गोमूत्र में 2-3 दिन तक खरल करके 1-1 ग्राम की गोली बना लें। रात्रि में सोते समय एक गोली मुंह में रखने से हिलते हुए दांत दृ़ढ़ हो जाते हैं। अद्वितीय और परीक्षित प्रयोग है।
कालीमिर्च, बादाम के छिलके का कोयला एवं अफीम –
कालीमिर्च 10 ग्राम, बादाम के छिलके का कोयला 10 ग्राम पीसकर, अफीम 1 ग्राम, हरताल बर्कियः 1 ग्राम- सबको अत्यन्त बारीक पीसकर दांतों और मसूड़ों पर मलें और दो-तीन घण्टे तक कुल्ला न करें। इस मंजन से बूढ़ों के हिलते हुए दांत भी दृढ़ हो जाते हैं।
हल्दी और अजवाइन –
साबुत हल्दी को जलाकर कोयला करके पीस लें,
फिर समभाग अजवायन भी पीसकर मिला लें।
इसे मंजन की भांति दांतों पर मलें। रात टपकने दें।
कुछ दिन के प्रयोग से हिलते हुए दांत मजबूत हो जाएंगे।
राल-
राल को पीसकर रात्रि में दांतों पर मलें, राल छोड़ दें, फिर बिना कुल्ला किये ही सो जायें।
40 दिन में दांतों का हिलना बन्द हो जायेगा।
माजूफल का मंजन –
माजफूल को बारीक पीसकर मंजन करना हिलते हुए दांतों की अद्वितीय औषधि है।
सुपारी को जलाकर उसकी राख बना लें, फिर इस राख से तीन गुनी चाक-मिट्टी मिला लें और शीषी में भर लें। इसे प्रतिदिन मंजन के रूप में प्रयोग करें, हिलते हुए दांत और मसूड़े दृढ़ होंगे।
कीकर (बबूल) के बीजों को छाया में सुखाकर मंजन बना लें और प्रतिदिन दांतों पर मंजन किया करें। हिलते हुए दांत मजबूत होंगे। दांतों का दर्द भी दूर होगा।
रीठे का छिलका
रीठे का छिलका 100 ग्राम लेकर इसे साफ लोहे की कड़ाही में जला लें, फिर इसमें भुनी हुई फिटकरी समभाग मिलाकर बारीक पीस लें। इस मंजन को प्रातः-सांय दांतों पर मलें। आधा घण्टा पश्चात् कुल्ला करें। दांत दीर्घायु तक दृढ़ और साफ रहेंगे।
शहद शुद्ध, सिरका उत्तम- प्रत्येक 20-20 ग्राम, फिटकरी भुनी हुई 10 ग्राम, कालीमिर्च 3 ग्राम। फिटकरी और कालीमिर्च को बारीक पीसकर शहद और सिरका में मिला लें।
इस चटनी को प्रतिदिन प्रातः-सांय दांतों पर मलें। इसके प्रयोग से दांतों का दर्द, दांतों का हिलना, दांतों के कीड़ें, पायोरिया, दांतों का मैल आदि समस्त दन्त रोग दूर हो जाते हैं ।