बच्चों की लंबाई कम है ? जानें कुछ आसान नुस्खे और उपाय
हर किसी की चाहत होती है कि अपने बच्चों की लंबाई अच्छी और आकर्षक हो। क्योकि अच्छी पर्सनालटी के लिए अच्छी लंबाई और सुडौल शरीर का होना बेहद जरूरी माना जाता है। लेकिन यह भी कैसी विडंबना है जो चीज़ हमारे पास होती है उसकी हमें कीमत समझ नही आती और जो चीज़ नही होती उसकी कमी खलती है। अच्छी हाइट से बच्चों की सुंदरता और व्यक्तित्व में निखार आता है। कई लोगों का यह मानना है कि लम्बाई जीन्स पर भी निर्भर करती है, जिस कारण लम्बाई बढ़ा पाना मुमकिन नहीं है। लेकिन आपको यह जानकर खुशी होगी कि कुछ ऐसे प्राकृतिक तरीके भी हैं जिनको अपनाकर आप अपने बच्चों की लम्बाई को 2 से 4 इंच तक बढ़ा सकते हो। हाइट कम होने की स्थिति में बड़े ही नही बल्कि बच्चें भी अपनी पर्सनालिटी में कुछ कमी सी महसूस करते है। ज्यादातर माता-पिता की यही धारणा होती है कि लंबाई केवल 18 साल तक ही बढ़ सकती है, लेकिन यह धारणा बिल्कुल गलत है। बच्चों कि शुरू से सही देख-भाल, नियमित रूप से व्यायाम, पौष्टिक आहार और कुछ नियमों का पालन करके हम अपने बच्चों की लम्बाई को 25 साल तक की उम्र में भी कुछ इंच तक बढा सकते है। क्योंकि कद बढ़ाने का प्रयास जितनी कम उम्र से शुरू किया जायेगा तो उसका फायदा भी जल्दी मिलेगा।
18 की उम्र तक लंबाई शीघ्र बढ़ती है, 25 की उम्र के बाद लंबाई बढ़नी बंद हो जाती है। क्योकि इस उम्र तक आते-आते शरीर के ग्रोथ हॉरमोन बंद हो जाते है। हमारे शरीर में लंबाई बढ़ाने का सबसे बड़ा योगदान ह्यूमन ग्रोथ हॉरमोन यानी एचजीएच का होता है। एचजीएच पिटूइटेरी ग्लैंड से निकलता है जिससे हमारी हाइट बढ़ती है। सही प्रोटीन और न्यूटिशन की कमी के कारण बच्चों के शरीर का विकास बंद या कम होने लगता है। अगर आप बच्चों का सही विकास चाहते हैं तो खान-पान का पूरा ध्यान रखना अभी से शुरु कर दें।
कुपोषण या बीमारी की वजह से भी बच्चो की लम्बाई बढ़ नहीं पाती। कुछ केस में बच्चे अपने माँ-पिता की हाइट के अनुसार हाइट गेन नहीं कर पाते, इसके पीछे हार्मोन्स बहुत बड़ा कारण है। शरीर में हार्मोन्स विकसित न होने तथा उचित आहार न मिलने के कारण शरीर का विकास नहीं हो पाता तथा जिसके कारण बहुत से बच्चों का कद छोटा रह जाता है। बहुत से ऐसे केस भी देखने में आये है माँ-बाप की लंबाई कम होते हुए भी बच्चे लंबाई में अच्छे होते है। इसलिए इस धारणा को पूरी तरह से सही नही माना जाता की माँ-बाप कि लंबाई पर बच्चों की लंबाई निर्भर है। बच्चों का सही कद सही देख-रेख पर निर्भर है।
बच्चों की लंबाई को लेकर अक्सर माता-पिता चिंतित रहते है। चिंतित होना भी स्वभाविक है क्योकि कई क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए ऊंचे कद की जरूरत होती है जैसे- पुलिस, मॉडलिंग तथा सैन्य जैसी सेवाओं में अच्छी हाइट का होना अनिवार्य है। हम यह नही कहना चाहते की कम हाइट वाले सफल नही होते क्योकि सफलता का मापदंड लंबाई से कतई नही है। सफलता तो बुद्धिमत्ता और मेहनत पर निर्भर होती है, जो कोई भी कद का व्यक्ति हासिल कर सकता है।
बढ़ते बच्चे कई सारे शारीरिक, हॉर्मोनल और मानसिक बदलाव से गुज़रते हैं। इसलिए माता-पिता का भी अपने बच्चों के प्रति चिंतित होना लाजमी है। लेकिन अब चिंता की कोई बात नही। यदि आप अपने बच्चे को लेकर परेशान हैं और बच्चें की लंबाई बढ़ाना चाहते हैं तो इस साइट पर हम आपको कुछ ऐसे उपाय दें रहे हैं जिन्हें आजमा कर आप बिना किसी साइड एफेक्ट के अपने बच्चों की लंबाई आसानी से बढ़ा सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे कुछ राज जो आपके बच्चों की लंबाई बढ़ाने में आपके मददगार साबित होंगे।
कैसा हो आहार –
पौष्टिक भोजन में मौजूद विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम और फास्फोरस लम्बाई बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देते है। इसलिए स्वस्थ और पोषक आहार लें। कार्बोनेटेड पेय, संतृप्त वसा और अधिक चीनी लेने से परहेज करें, क्योंकि ये आपकी लम्बाई पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते है।
कैल्शियम- दूध, चीज, दही, पनीर, मक्खन इत्यादि।
मिनरल- पालक, हरीबिन्स, फलियां, ब्रोकोली, गोभी, कद्दू, गाजर, दाल, मूंगफली, केले, अंगूर इत्यादि।
विटामिन- दालें, अंडा, टोफू, सोया, मशरूम, बादाम इत्यादि।
प्रोटीन- मछली, दूध, चीज, बीन्स, मीट, दालें, मूँगफली, सोयाबीन, काजू, चिकन इत्यादि।
इनमें से जो भी आपका बच्चा पसंद करता हो उसके डाइट प्लान में शामिल करे। हर तरह के फूड ग्रुप वाले आहार बच्चें को दें। डाइट प्लान में कैल्शियम, मिनरल, आयरन, विटामिन और प्रोटीन की संतुलित मात्रा अवश्य हो। इसके अलावा खूब सारी सब्जियां और फल भी खिलायें। लंबाई को बढ़ाने के लिये इन आहारों को नियमित रूप से अपने बच्चों के आहार में शामिल करें। आपने सुना भी होगा “अच्छा खाओ और अच्छी सेहत पाओ ” तो फिर हमेशा एक अच्छी डाइट अपने बच्चें को दें। जंक फूड ज्यादा ना खिलायें। हेल्दी खाना खाने से ना केवल सुंदरता में निखार आता हैं बल्कि बच्चे की हड्डियाँ भी मजबूत होती हैं जो लंबाई बढ़ाने में मददगार है। हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन डी3 जरूरी है जो धूप में पाया जाता है। इससे बच्चों की स्किन और मांसपेशियों बहुत अच्छी हो जाती है।
योगा और व्यायाम कैसे हो-
सेहत और लंबाई के लिए बच्चों को नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम लंबाई को बढ़ाने में सार्थक परिणाम दे सकता है। इसके लिये कुछ व्यायाम तो रोज घर पर ही कर सकते है जैसे लटकना, चलना, रस्सी कूदना, साइकलिंग, तैराकी। इसके अलावा योगा में ताड़ासन, भुंजगासन, शीर्षासन, सूर्य नमस्कार जैसे व्यायामों को रोज करें, इससे लंबाई में जल्द ही बढ़ोत्तरी होगी। क्योकि व्यायाम करने से मांसपेशियों में दबाब पड़ता है जिससे वो खीचती है और जिससे लबांई बढ़ने में मदद मिलती है। अच्छी सेहत के लिए बड़ों को भी नियमित व्यायाम करना चाहिए।
फ्रीक्वेन्ट मील-
ध्यान रखे बच्चे अधिक देर तक भूखे ना रहे। प्राकृतिक तरीके से लम्बाई बढ़ाने के लिए मेटाबॉलिज्म (चयापचय) का मजबूत होना बहुत आवश्यक है। शरीर में ग्रोथ हार्मोन को बढाने के लिये दिन में 3 बार के अलावा 4-5 बार छोटे-छोटे मील बच्चों को खाने चाहिये। इससे चयापचय को मजबूत बनाया जा सकता है। बीच-बीच में स्वस्थ भोजन लेने से शरीर में कम वसा एकत्रित होगी और इस प्रकार आपके बच्चें प्राकृतिक रूप से अपनी लम्बाई को बढ़ा पाएंगे।
पर्याप्त नींद-
पर्याप्त नींद बहुत आवश्यक है क्योंकि सोते समय मासपेशियां और शरीर फैलता है। बच्चों को सिखाये गर्दन और सिर को हमेशा सीधा और तान कर रखे। यदि बच्चे हमेशा अपने सिर को झुका कर रखेगें तो स्पाइनल कार्ड दब जाएगा और पूरा शरीर छोटा लगने लगेगा। बच्चों को कम से कम 8 घंटे तक रोज़ सोना चाहिए। सोने का बिस्तर बड़ा हो जिससे बच्चे फैल कर सो पाएं। इस तरह से सोना बच्चों की बढ़ती उम्र के लिए अच्छा है क्योंकि उनकी हड्डियों और पूरे शरीर को बढ़ने में तंग जगह से रुकावट आ सकती है। वैज्ञानिक रीसर्च भी ये बताती है कि बच्चों के बेड बड़े होने चाहिए क्योंकि सोते समय भी बच्चा लंबाई खींचता है। पर्याप्त नींद लेने से लम्बाई को नियंत्रण करने वाले हार्मोन की वृद्धि होती है।
सही उपचार-
बच्चों का ख़ान-पान, सेहत और रोज़ की रूटीन का ध्यान रखते हुए भी आपके बच्चे का कद नही बढ़ रहा या हाइट बहुत ही छोटी रह गई है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि कई बार शरीर के कुछ अनदेखे हाव-भाव एक डॉक्टर ही आपको बता सकेगा और सही सुझाव भी दे पायेगा। जांच के दौरान बच्चों के हार्मोन में अगर कमी पाई जाती है तो बच्चों को हार्मोन के इंजेक्शन और दवा देकर बच्चों की हाइट बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। प्रोटीन या कैल्शियम की कमी होने पर सप्लिमेंट दिया जाता है। आप चाहें तो आयुर्वेदिक उपचार भी बच्चे का करवा सकते है। याद रहे अधिकतर बच्चों की लंबाई 18 से 20 वर्ष तक ही बढ़ती है। हाइट बढाने के लिये एंटीबायोटिक्स का सेवन ज्यादा नहीं कराना चाहिये, नहीं तो इसके अधिक प्रयोग से हाइट रुक भी सकती है। लंबाई बढाने के लिये बाजार में मिलने वाली दवाई और पाउडर का सेवन कतई ना करवाएँ, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते है। ये उपाय लम्बाई तो नहीं बढ़ाती, लेकिन आपके बच्चे को आलसी और निष्क्रिय जरूर बना देती है। इस प्रकार की दवाओं को कतई न दें।
कैसे रखे नियंत्रण-
आजकल ज्यादातर यही देखा जाता है बच्चे बचपन से ही बुरी लत के शिकार होकर अपने पूरे जीवन को खत्म कर देते है। इसलिये आप अपने बच्चों को शराब, सिगरेट जैसी लत से बचा कर रखें। लंबाई को बढ़ाने वाले आर्टिफिशियल हॉर्मोन के कैप्सूल का उपयोग बच्चों के शरीर और इम्यूनिटी पर बुरा असर डालते है। जिससे उनकी लंबाई और मानसिक वृद्धि भी रुक सकती है।
कोल्ड ड्रिंक्स, खटाई, ज्यादा मिर्च-मसाला, फास्ट फूड या जंक फूड के सेवन से दूर रखे, यह सेहत के लिहाज से सही नहीं है। बच्चों का वजन नियंत्रित रखें, क्योंकि अगर बच्चे का वजन उम्र के अनुसार कम है तो उसकी हाइट ठीक से नहीं बढ़ेगी। लेकिन मोटापा भी ना बढ़ पाये इसका भी ध्यान रखें। बच्चों में खूब पानी पीने की आदत डालें। बच्चों में बैठने, चलने और खड़े रहने की अनुचित मुद्रा हो इस बात का ख्याल बचपन से ही रखा जाना चाहिए। बच्चों को कंप्यूटर पर गेम खेलने के बजाय बाहर बास्केटबॉल, बैडमिंटन व टेनिस जैसे खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उनकी मांसपेशियां प्राकृतिक तरीके से मजबूत होती हैं और लंबाई बढ़ती है।
बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाएँ। सब कुछ करने के बाद भी अगर आपके बच्चे का कद बहुत ज़्यादा नही बढ़ पाया है तो उसे मायूस होने से बचाएँ। उसे अपने लिए अच्छा महसूस करने को कहें और सचिन तेंदुलकर, रानी मुखर्जी, आमिर ख़ान, जया बच्चन जैसे छोटे कद के सफल लोगों की मिसाल देते हुए, उसका मनोबल बढ़ाएँ।
उपरोक्त हिदायतों के बाद आइये कुछ प्राकृतिक नुस्खों को भी जानें। कुछ ऐसे उपाय जो कद बढ़ाने में अचूक माने जाते है।
1. 1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण व समान मात्रा में काले तिल, 3 से 5 खजूर को 5 से 20 ग्राम गाय के घी के साथ एक महीने तक खाने से लाभ होता है। इस चूर्ण का सेवन करते समय खटाई, तली चीजें न खायें और आंव की शिकायत होने पर अश्वगंधा न लें।
2. लम्बाई बढ़ाने हेतु नित्य 2 काली मिर्च के टुकड़े 20 ग्राम मक्खन में मिलाकर बच्चों को खिला दें। देशी गाय का दूध कद बढ़ाने में विशेष रूप से सहायक होता है।
3. लम्बाई बढ़ाने के लिये सूखी नागौरी और अश्वगंधा की जड़ को कूटकर बारीक कर चूर्ण बना लीजिये। फिर इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर कांच की शीशी में रखें। इस मिश्रण को रात को सोते समय रोज दो चम्मच गाय के दूध के साथ लें। इसका सेवन 40 दिनों तक करना है। इस दौरान तेल की चीजों से परहेज करना जरूरी है। इससे कम कद वाले बच्चों की लम्बाई बढ़ाने में मदद मिलती है।
4. साथ ही साथ अपने डाइट चार्ट में ज्यादा से ज्यादा फल और मेवे शामिल करें। अखरोट की गिरी चालीस ग्राम की मात्रा में नियमित लेने से जल्द ही कद बढ़ जाता है।
5. अश्वगंधा और मिश्री का चूर्ण बना कर सुबह-शाम आधा-आधा चम्मच दूध के साथ लेने से जल्द ही लंबाई में बढ़ोतरी होती है। इस उपाय से रुकी हुई लंबाई भी बढ़ने लग जाती है।
6. गाजर, टमाटर और चुकंदर इस अनुपात में लें की एक गिलास जूस निकल जाये। ध्यान रखें इस जूस को शाम को एक बार 3 से 4 बजे के बाद ही पीना है।
7. आंवला को कैंडी या जूस के रूप में सेवन कर सकते है। इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस आदि खनिज लवण प्रचुर मात्रा में होते है जो की शरीर के विकास एवं हाइट बढ़ाने में उपयोगी साबित होते है।
8. बच्चों को बचपन में ही गुड और प्याज को मिलाकर कुछ दिनों तक खिलाने से कद बढ़ने लग जाता है।
9. एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच गुड मिलाकर बच्चे को दिन में एक बार पिलायें, लंबाई में इज़ाफा होगा।
10. एक कटोरी दही, दाल या सब्जी में चुटकीभर चूना मिलाकर खाने से भी लंबाई में फायदा होता है।
उपरोक्त उपायों में से किसी भी उपाय को नियमित करें, आपको लाभ जरूर होगा। इन सब के अलावा कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें – बढ़ते बच्चों को दिन में सोने से रोके, गर्म रोटी के साथ ठंडा पानी या दूध ना दें, पानी खूब पिलायें, पेट साफ रखे इत्यादि। अन्य जडीबूटियां जैसे शतावरी, बला, गुडूची, अस्थि, श्रंखला, लाक्षा आदि आयुर्वेद चिकित्सक की देख-रेख में लेने से शरीर की ग्रोथ तथा लम्बाई में फायदा होता है। एलोपैथिक दवाइयों के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते है लेकिन आयुर्वेदिक दवाओं के कोई साइड इफेक्ट नही होते। लंबाई बढ़ाने के लिए इन दिए हुए उपायों का फल तत्काल नही मिलता, इसके लिए संयम की आवश्यकता होती है। बाजार में बिकने वाले प्रलोभन से हमें दूर रहना चाहिए। लंबाई कभी एकदम से नही बढ़ सकती।
दोस्तो, आप इन नुस्खों और सही पोषण की मदद से निश्चित रूप से अपने बच्चों का कद सामान्य तक बढ़ा सकते है। बस इन नुस्खों को नियमित करें और थोडा धैर्य रखें। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि कुछ समय के लिए हाइट बिल्कुल नहीं बढती और फिर अचानक 1 साल में ही काफी ग्रोथ हो जाती है। तमाम कोशिशों के बाद जो हाइट मिली हैं उससे संतुष्ट रहिये क्योंकि वो आपके शरीर की लम्बाई नहीं है जो आपके सफलता की ऊँचाई निर्धारित करती है। अपनी मेहनत और लगन से किसी भी कद का कोई भी इंसान बड़ी से बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है और दरअसल यही ज्यादा मायने भी रखता है।
किसी भी उपाय को करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें। किसी भी उपाय या नुस्खे को अपनी सूझ-बुझ से चुने। हमारा उद्देश्य आपका सामान्य ज्ञान को बढ़ाना है।