making-mind-powerful-in-hindi - मेमोरी बढ़ाने के नुस्खे

दोस्तों ! हर कोई चाहता है कि वह बहुत तेज दिमाग वाला हो, उसको पढ़ा हुआ सब कुछ याद हो जाए और उसकी स्मरणशक्ति कंप्यूटर जैसी हो । लेकिन ऐसा सबके साथ नहीं हो पाता । इसके कई कारण हो सकते हैं । तो चलिए आज मैं आपको बताता हूं कि हम अपने दिमाग की शक्ति को पावरफुल कैसे बना सकते हैं ? मेमोरी बढ़ाने के नुस्खे का उपयोग आपकी स्मरण शक्ति तीव्र कर देगी ।

पहला उपाय –
मेमोरी एक्सरसाइज करें जैसा कि हम सभी जानते हैं कि जिस चीज का ज्यादा उपयोग किया जाता है, वह चीज तेज होती चली जाती है । अब अगर हम अपने दिमाग का इस्तेमाल लगातार करते रहेंगे, तो वह भी अधिक तेज और सक्रिय रहेगा । इसके लिए हमें वर्ग पहेली, दिमागी गेम आदि चीजों का प्रयोग करना है, इससे हमारा दिमाग अत्यंत शक्तिशाली और तेज बन जाएगा ।

दूसरा उपाय-
नियमित सैर करें अगर हम सुबह जल्दी उठकर मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं, तो हमारे शरीर को शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है और यह शुद्ध ऑक्सीजन हमारे दिमाग के लिए अत्यधिक लाभदायक होती है । सुबह जल्दी उठने से हमारे मन में पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह होता है, जिससे हमारे दिमाग को तेज एवं शक्तिशाली बनाने में काफी मदद मिलती है ।

तीसरा उपाय -प्राणायाम करें

मेमोरी बढ़ाने के नुस्खे

1 .   250 ग्राम बबूल की गोंद को शुद्ध देसी घी में तल कर फूले निकाल लें। ठण्डा होने पर इसे बारीक पीस लें। इसमें 250 ग्राम पिसी हुई मिश्री मिला लें। बादाम गिरी 50 ग्राम और मुनक्का ( बीज निकली हुई ) 150 ग्राम को बारीक पीस कर गोंद में मिला लें। इस मिश्रण में से रोज सुबह चार चम्मच ( लगभग 20 ग्राम ) नाश्ते के रूप में अच्छे से चबा चबा कर खा लें। साथ  में एक गिलास मीठा दूध घूँट घूँट करके पी लें। इसके बाद अच्छे से भूख लगे तब ही खाना खाएं। यह नुस्खा दिमाग की  शक्ति  (Brain power)  के लिए और तरावट के लिए बहुत अच्छा होता है। इसे काम में लें और फर्क महसूस करें।

2 .   सात बादाम , सात काली मिर्च , दो हरी इलायची और आधा चम्मच सौंफ रात को कांच के बर्तन में पानी में भिगो दें। सुबह बादाम के छिलके निकाल दें । इलायची छील लें। अब बादाम , इलायची दाने , काली मिर्च व सौंफ सब को एक साथ बिल्कुल बारीक पीस लें। अब इसमें एक गिलास पानी और दो चम्मच पिसी मिश्री मिला ले। इस घोल को एकदम बारीक चलनी से या कपड़े से छान लें। ये छना हुआ पानी जिसमे सभी चीजों का कस है धीरे धीरे पी लें। इसे सुबह खाली पेट पीना चाहिए।

3  .  खाना खाने से पंद्रह मिनट पहले रोज नियम से छिलके सहित दो सेब ( Apple ) खाएँ। ये दिमागी व स्नायू की दुर्बलता दूर करके स्मरण शक्ति smaran shakti व दिमागी शक्ति mind power में कमाल की वृद्धि करने का सुलभ और आसान तरीका है। दिमागी काम करने वाले व्यक्तियों को और स्टूडेंट्स को सेब का सेवन नियम से रोज करना चाहिए।

4 . आँवले का मुरब्बा  दिमागी शक्ति brain power व याद शक्ति Memory Power बढ़ाने का बहुत अच्छा साधन है। रोजाना खाली पेट दो पीस आँवले का मुरब्बा एक महीने खाइए और चमत्कार देखिये। किसी भी उम्र में इसका उपयोग समान रूप से फायदेमंद होता है। इसके और भी बहुत से लाभ है। आंवला विटामिन  “C ” और  एंटीओक्सिडेंट का भंडार है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में भी गजब की वृद्धि करता है।

5 . जामुन में स्मरण शक्ति  Memory  बढ़ाने के लिए काफी मात्रा में एंटीओक्सीडेंट जैसे फ्लेबोनायड्स पाए जाते है। जामुन खाने से लम्बी उम्र तक स्मरण शक्ति  ताकतवर बनी रहती है। जामुन खाना खाने के बाद ही खाने चाहिए।

6 . रोजाना रात को सोते समय नाक के दोनों छिद्रों में दो -दो बूँद गुनगुना शुद्ध देसी घी डालें। दो तीन बूँद नाभि में डालें। और पाँव के तलवो में घी की मालिश करें। इन तीनो प्रयोगों के करने से बहुत अच्छी नीद आती है।

दिमाग एकदम फ्रेश हो जाता है और स्मरण शक्ति तीव्र हो जाती है व दिमाग की शक्ति पावरफुल हो जाती है।

7 . पके हुए कददू की दूध के साथ खीर बना कर खाने से दिमाग को ताकत मिलती है।

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खान पान के सही तरीके

1) किसी ऋषि ने कहा है कि “खाने को पियो और पीने को खाओ” अर्थात पानी को हमेशा घूँट-घूँट करके चबाते हुए पियें और खाने को इतना चबायें कि वह पानी बन जाये।
2) सुबह जागने के बाद बिना कुल्ला करे 2 से 3 गिलास पानी सुखासन में बैठकर घूँट-घूँट करके पियें यानी उषा पान करें ।
3) खाने के 40 मिनट पहले और 60-90 मिनट के बाद पानी पियें और फ्रिज का ठंडा पानी, बर्फ डाला हुआ पानी जीवन मे कभी भी नही पियें गुनगुना या मिट्टी के घड़े का पानी ही पियें ।
4) खड़े होकर पानी पीने से पानी हड्डियों के जोड़ में जमा हो सकता है जिससे आर्थराइटिस का खतरा रहता है ।
5) खाने के साथ भी कभी पानी न पियें। जरुरत पड़े तो सुबह ताजा फल का रस, दोपहर में छाछ और रात्रि मे गर्म दूध का उपयोग कर सकते हैं।

खान पान का सही तरीका


6) भोजन हमेशा सुखासन में बैठकर करें और ध्यान खाने पर ही रहे, मतलब टेलीविजन देखते, गाने सुनते हुए, पढ़ते हुए, बातचीत करते हुए कभी भी भोजन न करें।
7) हमेशा बैठ कर खाना खायें और पानी पियें। अगर संभव हो तो सुखासन, सिद्धासन में बैठ कर ही खाना खायें।
8) फ्रिज़ मे रखा हुआ भोजन न करें या उसे साधारण तापमान में आने पर ही खायें दुबारा कभी भी गर्म ना करे ।
9) गूँथ कर रखे हुये आटे की रोटी बनाकर कभी न खाये, जैसे- कुछ लोग सुबह में ही आटा गूँथ कर रख देते हैं और शाम को उसी से बनी हुई चपाती खा लेते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ताजा बनाए ताजा खायें।
10) खाना खाने के तुरंत बाद पेशाब जरूर करें ऐसा करने से डायबिटीज होने की संभावना कम होती है।
11) मौसम पर आने वाले फल और सब्जियाँ ही उत्तम हैं इसलिए बिना मौसम वाली सब्जियाँ या फल न खायें।
12) सुबह मे पेट भर भोजन करें, जबकि रात में बहुत हल्का भोजन करें।
13) रात को खीरा, दही और कोई भी वात उत्पन्न करने वाली चीज न खायें।
14) दही के साथ उड़द की दाल न खाये। जैसे- दही और उड़द की दाल का बना हुआ भल्ला।
15) दूध के साथ नमक या नमक की बनी कोई भी चीज न खायें, क्योंकि ये दोनों एक दूसरे के प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं।
16) दूध से बनी कोई भी दो चीजे एक साथ न खायें।
17) कोई भी खट्टी चीज दूध के साथ न खायें सिर्फ एक खा सकते हैं आँवला। खट्टे आम का शेक न पियें केवल मीठे पके हुए आम का ही शेक पियें ।
18) कभी भी घी और शहद का उपयोग एक साथ न करें क्योंकि दोनों मिलकर विष बनाते है।
19) खाना भूख से कम ही खाये। जीने के लिए खाना खायें न कि खाने के लिए जियें।
20) रिफाइण्ड तेल जहर है आप हमेशा कच्ची घाणी का सरसों, तिल या मूगंफली का तेल ही उपयोग करें और जीवन मे हार्ट अटेक व जोड़ों के दर्द से बचें ।
21) तला और मसालेयुक्त खाना खाने से बचें। अगर ज्यादा ही मन हो तो सुबह के समय खायें रात मे कभी भी नहीं।
22) खाने मे गुड़ या मिश्री का प्रयोग करें, चीनी के प्रयोग से बचें।
23) नमक का अधिक सेवन न करें। आयोडीन युक्त समुद्री नमक का उपयोग बिल्कुल भी नही करें । सेंधा, काला या डली वाला नमक इस्तेमाल करें।
24) मैदा, नमक और चीनी ये तीनों सफ़ेद जहर है इनके प्रयोग से बचें।
25) हमेशा साधारण पानी से नहाएँ और पहले सर पर पानी डाले फिर पैरों पर और अगर गरम से नहाओ तो हमेशा पहले पैरो पर फिर सर पर पानी डालना चाहिये।
26) हमेशा पीठ को सीधी रख कर बैठें।
27) सर्दियों मे होंठ के फटने से बचने के लिए नहाने से पहले नाभि में सरसों के तेल लगायें । जबरदस्त लाभ मिलता है।
28) शाम के खाने के बाद 2 घंटे तक न सोयें। 5 से 10 मिनट वज्रासन में बैठें 1000 कदम की वाक जरूर करें।
29) खाना हमेशा ऐसी जगह पकाया जाये जहां वायु और सूर्य दोनों का स्पर्श खाने को मिल सके।
30) कुकर मे खाना न पकाएँ बल्कि किसी खुले बर्तन में बनाएँ, क्योंकि कुकर में खाना उबलता है और खुले बर्तन के अन्दर खाना पकता है । कुकर में प्रोटीन की मात्रा मात्र 13 प्रतिशत रहती है जबकि खुले बर्तन में पकाने पर प्रोटीन की मात्रा 93 प्रतिशत होती है ।
31) सिल्वर के बर्तनों का प्रयोग खाना बनाने और खाने दोनों के लिए कभी भी न करें । पीतल, कांसा, मिट्टी के बर्तन का ही उपयोग करें।
32) खाने को कम से कम 32 बार चबायें।
33) रोज टूथब्रश का प्रयोग न करें इससे मसूड़े कमजोर होते है। दंतमंजन का प्रयोग कर सकते है।
34) अपनी दोनों नासिकाओं में देशी गाय के घी को हल्का गुनगुना करके 1-1 बूंद रात में डालने से दिमाग तंदुरुस्त रहता है। नजला जुकाम, सिर दर्द, माइग्रेन, नींद नहीं आना, तनाव आदि समस्या का समाधान होता है ।
35) हमेशा मीठा, नमकीन से पहले खाना चाहिए । 
36) बार-बार नहीं खाना चाहिये एक बार बैठ कर भरपेट या उससे थोड़ा कम खाना चाहिये।
37) हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिये। नकारात्मक सोचने से भी बीमारियाँ आती हैं।

नमकीन पानी और उससे जुड़े कुछ घरेलू उपाय

1.गरारे
अगर आप सर्दी खांसी के कारण गले खराब की समस्या से पीड़ित हैं और डॉक्टर के पास जाते हैं तो वो आपसे दवाइयां लेने के अलावा नमक के पानी के साथ गरारे करने को कह सकते हैं। नमक का पानी गले के ऊतक जो सूज गए हैं, उनमें मौजूद पानी को निकालता है और गले की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। यह संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया और एलर्जी से लड़ने में मदद करता है और उनको बढ़ने से रोकता है। खराब गले से छुटकारा पाने के लिए एक कप गर्म पानी (250 मिलीलीटर) में एक चम्मच नमक डाल कर हर सुबह गरारे करें।

2. नाखून की समस्या में नमकीन पानी के फायदे इनग्रोन नाखून के लिए –

यदि आपके पैरों के नाखून अंदर की और बढ़ने लगें जिससे आपको पीड़ा और सूजन का अनुभव हो तो आप अपने पैरों को नमकीन पानी में 15 मिनट के लिए भिगोएं और फिर पैरों को सूखा लें। इससे आपके नाखून नरम होंगे और आपको इनग्रोन नाखून को काटने में आसानी होगी। साथ ही अंदर से बढ़ते नाखून के कारण हुई सूजन का उपचार करने में भी मदद मिलेगी।

3. नमकीन पानी के फायदे बुखार में –

बुखार से निपटने में भी नमक का पानी बहुत फायदेमंद है। बुखार से निपटने के लिए नमक युक्त ठंडे पानी में कपड़े को भिगोकर जब सिर पर लगाया जाता है तो यह शरीर से गर्मीं को कपड़े पर स्थानांतरित करता है और नमक में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखते हैं । इस प्रकार यह आपके शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है। बुखार से निपटने के लिए एक कप ठंडे पानी में आधा चम्मच नमक डालकर एक कपड़े को उसमें भिगोकर 2 से 3 मिनट के लिए माथे पर रखें।

4. नमक और पानी का उपयोग संवेदनशील दाँतों के लिए –

यदि आप आइस क्रीम, गर्म चाय या कॉफी पीने से डरते हैं और दाँत की संवेदनशीलता से परेशान हैं तो दाँत की संवेदनशीलता से निपटने के लिए इस होम रेमेडी का प्रयोग कर सकते हैं। नमकीन पानी एक जीवाणुरोधी एजेंट के रूप में कार्य करता है क्योंकि यह बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। यह मसूड़ों को जीवाणुओं के हमले से बचाने में मदद करता है और इस प्रकार संवेदनशील दातों से छुटकारा दिलाता है। दातों की संवेदनशीलता से बचने के लिए एक गिलास गर्म पानी में 2 छोटी चम्मच नमक मिलाकर नियमित रूप से कुल्ला करें।

5. नमकीन पानी के गुण दूर रखे गले का दर्द –

यदि आपका बच्चा गले के दर्द की समस्या के बारे में आपको बताता है जो टॉन्सिलिटिस या बढ़े हुए एडिनॉइड में हो सकती है, तो इस समस्या से निपटने के लिए आप नमकीन पानी का उपयोग कर सकते हैं। नमक की अधिक मात्रा उन ऊतकों में भरे हुए द्रव को बाहर निकालती है जो सूजे हुए हैं और इस तरह गले की सूजन को कम करने के साथ दर्द से भी राहत दिलाने में मदद करती है। निर्जलीकरण के कारण बढ़ने वाले बैक्टीरिया को भी रोकने में नमक का पानी मदद करता है।

इस समस्या से बचने के लिए एक कप गर्म पानी में एक छोटा चम्मच नमक डाल कर गरारे करें। लेकिन यह सुनिश्चित कर लें कि आपका बच्चा ऐसा करने में असहज महसूस न करे क्योंकि नमकीन पानी पीने से उल्टी भी हो सकती है।

6. नमक युक्त पानी का उपयोग फटी हुई एड़ियों पर –

यदि आप फटी हुई एड़ियों के कारण रात को सो नहीं पा रहे हैं तो आप इस आसान और सरल घरेलू उपाय को आजमा सकते हैं। नमकीन पानी न केवल पैरों को मुलायम बनाता है, फटी हुई एड़ियों का उपचार करता है और मृत त्वचा को हटाता है बल्कि त्वचा के संक्रमण और जलन से पीड़ित होने के खतरे को भी कम करता है।

इस समस्या से बचने के लिए थोड़े गर्म पानी में नमक डालें और 10 मिनट के लिए अपने पैरों को भिगोएँ। अब एक प्युमिस पत्थर की मदद से मृत त्वचा से छुटकारा पाने के लिए पैरों को रगड़ें। प्रभावी परिणाम पाने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले सप्ताह में कम से कम दो बार ऐसा करें।

7. नमकीन पानी से फायदा बदबूदार पैरों की समस्या में –

नमकीन पानी बदबूदार पैरों की समस्या से निपटने के लिए एक सस्ता और प्रभावी प्राकृतिक उपाय है। बदबूदार पैर ख़राब स्वच्छता के कारण हो सकते हैं। यह जीवाणु संक्रमण के एक अंतर्निहित कारण को भी दर्शा सकते हैं। नमक का पानी प्राकृतिक रूप से जीवाणुरोधी है और जीवाणुओं को बढ़ने से रोकता है। इस प्रकार बदबूदार पैरों से निपटने में नमक पानी आपकी मदद करता है।

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आधे बाल्टी गर्म पानी में एक मुट्ठी सेंधा नमक डाल कर उसमें अपने पैरों को कुछ देर के लिए डुबोएं। अब अपने पैरों को ठंडे पानी से धो लें या बर्फ के टुकड़ों को पैरों पर रगड़ें। अत्यधिक पसीने से बचने के लिए यह नियमित रूप से करें ताकि बदबूदार पैरों से आपको छुटकारा मिल सके।

Beetroot-benefits-in-Hindi

चुकंदर के फायदे (Beetroot benefits in Hindi)
स्वास्थ्य के लिए प्रकृति ने जो भी चीजें हमें प्रदान की हैं, स्वाद के दृष्टिकोण से अधिकांशत: अच्छी नहीं होती हैं, जैसे, घीया, टिंडा और तोरी चाहे कितने ही सेहत से भरपूर क्यों न हो लेकिन ज्यादातर लोगों को इनका स्वाद अच्छा नहीं लगता है। इसी कैटेगरी में एक नाम आता है चुकंदर का, जिसमें विटामिन की प्रचुर मात्रा होती है लेकिन फिर भी यह ज्यादातर लोगों की रेगुलर लिस्ट में शामिल नहीं है। चुकंदर में फाइबर, विटामिन बी, सी, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम और अकार्बनिक नाइट्रेट की प्रचुर मात्रा होती है, जिससे आपको चमकती हुई त्वचा मिलने के साथ ऊर्जा का स्तर बना रहता है।

शारीरिक क्षमता में वृद्धि –
चूकंदर के उपयोग से रक्त का संचारण बढ़ता है। ब्लड प्रेशर कम होता है। यह शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है , विशेषकर कड़ी मेहनत वाली एक्सरसाइज़ करते समय । यह दौड़ने या साइकिल चलाने की क्षमता में वृद्धि कर सकता है। ये सब फायदे चूकंदर में मौजूद नाइट्रेट के कारण होते है। चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट तत्वो से नाइट्राइट और नाइट्रिक ओक्साइड मिलते है। ये दोनों तत्व रक्त की धमनियों को लचीला और चौड़ा बनाते है। इस कारण ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता। ब्लड प्रेशर पर चूकंदर खाने का प्रभाव जल्दी नजर आता है। धमनियों के चौड़ा होने का फायदा यह भी होता है कि शरीर के प्रत्येक अंग में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पहुंचती है। इसके कारण ऊर्जा का स्तर सही बना रहता है। जल्दी थकान नहीं होती है ।

ह्रदय रोग –
चुकंदर में घुलनशील फाइबर प्रचुर मात्रा में होते है। इसमें बीटा सियानिन तथा बेटानिन नामक एंटीऑक्सिडेंट होते है। ये ताकतवर एंटी ऑक्सीडेंट होते है जो नुकसान दायक कोलेस्ट्रॉल LDL को कम करते है तथा इसे धमनियों में जमने नहीं देते । इस तरह ह्रदय रोग से बचाव हो सकता है। चुकंदर का ब्लड प्रेशर को कम करने वाला गुण भी ह्रदय रोग से बचाता है।

खून की कमी
चूकंदर में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड होता है। फोलिक एसिड की कमी से लाल रक्त कणों में कमी होकर एनीमिया हो सकता है। चुकंदर का रस नियमित कुछ दिन पीने से खून की कमी दूर होकर कमजोरी दूर होती है। फोलिक एसिड गर्भावस्था में बहुत आवश्यक होता है। इसकी कमी से महिला या पेट में पल रहे बच्चे को तकलीफ हो सकती है।

चुकंदर के नुकसान – Side-Effects of Beetroot in Hindi

  • अधिक चुकंदर का रस पीने से मूत्र का रंग भिन्न हो जाता है।
  • अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से त्वचा पर चकत्ते भी आ सकते है।
  • अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से आपके पेट में दर्द व ऐंठन हो सकता है।

चुकंदर खाने के तरीके ( Ways to eat beetroot)

चुकंदर को आप किस तरह उपयोग कर इसे लजीज बना सकते हैं, आइये जानते हैं, आसान रेसिपीज –

चुकंदर का रायता 
आप बूंदी रायता को भूलकर दही में चुकंदर को घिसकर इसका रायता बना सकते हैं।साथ ही इसमें बारीक कटा हुआ धनिया, लाल मिर्च, अनार के दाने आपके जायके को और भी बढ़ा देगा।

Beetroot ka halwa

चुकंदर का हलवा
चुकंदर को धो कर छील लें और घिस लें। एक कड़ाही या गहरे मोटे तले वाले पैन में दूध और कसा हुआ चुकंदर मिलाएं। मध्यम आंच पर पूरे मिश्रण को एक उबाल आने तक पकाएं और फिर गैस धीमी कर दें। घिसा हुआ चुकंदर दूध में पकाएं। जब दूध 75% से 80% कम हो जाता है, तब उसमें घी और चीनी मिक्‍स करें। अच्छी तरह से हिलाएं और धीमी आंच पर उबालते हुए पकाएं। बीच-बीच में चुकंदर के हलवे को हिलाते रहें। अंत में काजू, इलायची पाउडर और किशमिश डालें और तब तक उबालें जब तक सारा दूध सूख न हो जाए। गैस बंद कर दें। चुकंदर का हलवा गर्मा-गर्म परोसें या आप चाहें तो इसे ठंडा भी परोस सकते हैं।

Beetroot benefits in Hindi

चुकंदर की स्वादिष्ट सलाद 
वैसे तो चुकंदर खाने का सबसे अच्छा तरीका इसे कच्चा खाना है लेकिन फिर भी अगर आपको यह ऐसे अच्छा नहीं लगता तो आप इसे अपनी किसी पसंदीदा सब्जी या फल के साथ खा सकते हैं।आप इसमें अनार, पनीर मिलाकर और नीबू का रस मिलाकर भी खा सकते हैं।

चुकंदर का पराठा 
आप चुकंदर को घिसकर इसमें नमक, लाल मिर्च, हरा धनिया, अजवाइन डालकर एक बेहतरीन स्टफिंग बना सकते हैं।चुकंदर का पराठा हेल्दी ब्रेकफॉस्ट के लिए सबसे बेहतरीन है।

चुकंदर कटलेट्स
एक बड़े बाउल में उबले हुए आलू, कसा हुआ चुकंदर, उबली हुई मटर, गाजर, हरा धनिया, प्याज, सभी मसाले और ब्रेड क्रम्ब्स डालकर अच्छी तरह से मिलाएं. एक कटोरी में कॉर्न फ्लोर, गेहूं का आटा, थोड़ा सा नमक, थोड़ी सी काली मिर्च और पानी मिलाकर गाढ़ा घोल तैयार करें. एक थाली में ब्रेड क्रम्ब्स रखें. चुकंदर के मिश्रण की टिक्कियां बनाएं. इन्हें पहले आटे के घोल में डुबोएं और फिर ब्रेड क्रम्ब्स में लपेटें और गर्म तेल में सुनहरा होने तक तलें.

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चुकंदर चिप्स

आपको चुकंदर को डीप फ्राई नहीं करना बल्कि आपको चुकंदर के पतले लम्बे टुकड़े काटकर इसमें ऑलिव ऑयल लगाना और इसके बाद इस पर नमक छिड़कर आप इसे बेक कर सकते हैं और इस तरह आपके चुकंदर के चिप्स तैयार हो जाएंगे।

अचार 
आप चुकंदर में सिरका, नमक और हरी मिर्च डालकर इसे मेरिनेट करके अचार बना सकते हैं।आप इस टेस्टी अचार को एक हफ्ते के लिए रख सकते हैं।आपको बस इस बात का ध्यान रखना है कि आपको किसी ठंडी जगह पर अचार वाले जार को रखना है।

चुकंदर की चटनी 
आप चुकंदर में हरा धनिया, पुदीना, लहसुन, नीबू का जूस, नमक, लाल मिर्च पाउडर और थोड़ा सा कच्चा आम (अगर संभव हो, तो) डालकर चटनी बना सकते हैं।इस चटनी को आप पराठे, पकौड़े, रोटी के साथ खा सकते हैं।

देसी पिज्जा 
आप घर पर चुकंदर से पिज्जा भी बना सकते हैं।आप बाकी सब्जियों से बने पिज्जे में चुकंदर की स्लाइस लगाकर देसी पिज्जा बना सकते हैं।

चुकंदर का कबाब 
चुकंदर के कबाब बनाने के लिए आप इसमें पनीर को घिस लें, इसमें बारीक कटा प्याज और गीली ब्रेड मिलाकर कबाब बना लें।आप इसमें बारीक कटा धनिया और हरी मिर्च भी मिला सकते हैं।आप इन कबाब को डीप फ्राई करने के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं या आप इसमें ऑलिव ऑयल लगाकर फ्राई पिन में टिक्की की तरह सेंक भी सकते हैं।

मोटापा

मोटापा घटाने के घरेलू उपाय –

1. नीबू पानी (Lemon Juice) – अगर आप मोटापा कम करने के उपाय ढूंढ़ रहे हैं, तो निम्बू पानी एक बढ़िया उपाय हैं । मोटापा कम करने के लिए रोजाना खाली पेट एक गिलास पानी में काली मिर्च पाउडर, शहद और निम्बू का रस घोलकर पियें । इस नुस्खे का उपयोग कम से कम 3 महीने तक करे ।

पाचन क्रिया का सही से काम ना करना मोटापे का सबसे बड़ा कारण हैं । निम्बू पानी पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाता हैं । निम्बू पानी शरीर में जमा फालतू चर्बी को जलाने के लिए जरुरी पोषक तत्व भी शरीर को प्रदान करता हैं । निम्बू पानी पीने से Metabolism कम करने वाले शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं।

2. शहद (Honey) – अधिकतर रोग गूगल पर रोजाना जल्दी वजन करने का तरीका खोजते रहते हैं, ऐसे लोगो के लिए शहद एक बढ़िया उपाय हैं । शहद बाजार में आसानी से मिल जाता हैं, और शहद खाना अधिकतर लोगो को पसंद भी होता हैं । मोटापा कम करने के लिए गर्म पानी में दालचीनी और शहद मिलाकर रोजाना खाली पेट पियें । इस घरेलू नुस्खे का असर आपको कुछ ही दिनों में नजर आ जायेगा । रोजाना एक चम्मच शहद में आधी चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर खाने से भी मोटापा कम होता हैं ।

3. टमाटर (Tomato) – आसानी से मिलने वाला टमाटर मोटापा घटाने में मदद करता हैं । वजन घटाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट दो ताजे टमाटर खाये । वजन कम करने के लिए आप रोजाना टमाटर का जूस बनाकर भी पियें, इससे जल्दी फायदा होगा । टमाटर खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती हैं । टमाटर खाने के अनेक लाभ हैं, इनके बारे में हम आपको आगे बतायेगे।

4. पानी (Water) – अगर आप वजन कम करने के तरीके ढूंढ रहे हैं, तो आपको ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं । आसानी से मिलने वाला पानी मोटापा कम करने में पूरी तरह सहायक हैं । अगर आप मोटापा घटाना चाहते हैं, तो रोजाना खाना खाने के आधे घंटे बाद एक गिलास गुनगुने पानी को धीरे धीरे एक एक घुट करके पियें । गुनगुना पानी पेट की तेजी से सफाई करता हैं । तेजी गुनगुना पानी पीने से शरीर में मौजूद विषैले तत्व तेजी से शरीर से बाहर निकल जाते हैं । गुनगुने पानी में गर्म पानी पीने के और भी कई लाभ हैं, इनके बारे में हम आपको आगे बतायेगे ।

5. ग्रीन टी (Green tea) – ग्रीन टी को मोटापा कम करने का सबसे बढ़िया और सस्ता तरीका माना जाता हैं । एक शोध के अनुसार ग्रीन टी में एक विशेष प्रकार का तत्व पाया जाता हैं । यह तत्व शरीर में जमी वसा को कम करता हैं और शरीर में वसा को जमने से रोकता भी हैं । वजन कम करने के लिए आप रोजाना 2 से 3 कप ग्रीन टी पियें । अगर आप दुगनी तेजी से वजन कम करना चाहते हैं, तो रोजाना खाली पेट ग्रीन टी में शहद और दालचीनी पाउडर मिलाकर पियें ।

6. लाल मिर्च (Red chilly) – आपको जानकर हैरानी होगी, कि भोजन में रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली लाल मिर्च आपका वजन घटा सकती हैं । एक शोध के अनुसार लाल मिर्च में मौजदू Capsaicin नामक यौगिक शरीर की ऊर्चा खपत करने की किर्या को बढ़ा देता हैं, जिससे शरीर में जमी फालतू चर्बी आसानी से पिघलने लगती हैं । मोटापा घटाने के लिए अपने भोजन में लाल मिर्च का इस्तेमाल करे ।

7. एलोवेरा (Aloe vera) – एलोवेरा शरीर में मौजूद Metabolism को उत्तेजित करके शरीर की ऊर्जा की खपत को बढ़ाता हैं । इस प्रकार एलोवेरा मोटापा घटाने में सहायक हैं । एलोवेरा के सेवन से पाचन किर्या सही से काम करती हैं, और शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं । मोटापा घटाने के लिए एलोवेरा के गुद्दे को पानी में अच्छी तरह घोलकर पियें । पानी की जगह आप अंगूर या संतरे का जूस भी इस्तेमाल कर सकती हैं । एलोवेरा जूस आप ऑनलाइन या किसी भी दुकान से आसानी से खरीद सकती हैं ।

8. केला (Banana) – केले का सेवन वजन घटाने के साथ साथ वजन को बढ़ाता भी हैं । अधिकतर लोग केला वजन बढ़ाने के लिए खाते हैं, लेकिन हम आपको बतायेगे कि किस प्रकार केले का सेवन मोटापा घटाने में भी सहायक हैं । जो लोग वजन घटाना चाहते हैं, वो केला खाने के बाद गर्म पानी पी ले । ऐसा करने से आपको एक महीने में ही फर्क नजर आ जायेगा ।

9. सेब का सिरका (Apple vinegar) – वजन कम करने की बात करें तो सेब का सिरका एक बेहतर घरेलू नुस्खा हैं । सेब का सिरका वसा को शरीर में जमने से रोकता हैं, और साथ ही शरीर में जमा वसा को तोड़ने का काम भी करता हैं । मोटापा कम करने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक चम्मच कच्चा और बिना छना सेब का सिरका मिलाकर पियें । ध्यान रहे 2 चम्मच से अधिक सेब के सिरके का एक दिन में सेवन ना करे, इससे शरीर में Potassium का स्तर कम हो जाता हैं ।

10. सौंफ के बीज (Fennel seeds) – सौंफ के बीज द्वारा भी आप आसानी से अपना अतरिक्त वजन कम कर सकते हैं । वजन कम करने के लिए रोजाना गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच भुने सौंफ के बीज का पाउडर ले । भूख को कम करने के लिए आप खाना खाने के कुछ समय पहले सौंफ के बीज की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। रात को सोने से पहले सौंफ के बीज पानी में भीगो दे और सुबह खाली पेट इस पानी सौंफ के बीज निकालकर इस पानी को पियें । इससे भी तेजी से वजन कम होता हैं ।पानी से निकले सौंफ के बीज को फेके नहीं, इन्हे चबाकर खाएं ।